अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में सर्जिकल गैस्ट्रो एंट्रोलॉजी डिपार्टमेंट की ओर से ट्रांसप्लांट कॉन कार्यशाला शुरू हो गई है। कार्यशाला में देश के विभिन्न मेडिकल संस्थानों से जुटे विशेषज्ञ चिकित्सक अंग (ट्रांसप्लांट) प्रत्यारोपण विषय पर व्याख्यान प्रस्तुत करेंगे। शनिवार को एम्स में संस्थान के अध्यक्ष प्रो. समीरन नंदी व निदेशक प्रोफेसर रवि कांत ने अंगप्रत्यारोपण विषय पर आधारित कार्यशाला ट्रांसप्लांट कॉन का शुभारंभ किया। प्रो. रविकांत ने कहा कि एम्स ऋषिकेश में नेत्रदान को बढ़ावा देने के लिए आई बैंक का सफलतापूर्वक संचालन किया जा रहा है। संस्थान में जल्द ही किडनी और लीवर के प्रत्यारोपण की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाएगी। इससे लोग ऐसे अंगों का जनहित में दान कर सकें व जरुरतमंदों को इसका लाभ मिल सके।
संस्थान के अध्यक्ष प्रोफेसर समीरन नंदी ने एम्स संस्थान की इस पहल की सराहना करते हुए संस्थान प्रबंधन को अंग प्रत्यारोपण के कार्य को प्रारंभ करने के लिए प्रोत्साहित भी किया। इस अवसर पर केरला के अंग प्रत्यारोपण सर्जन प्रो. सुधीन्धरन, चैन्नई के किडनी प्रत्यारोपण सर्जन प्रो. सुनील श्रोफ, एम्स दिल्ली के ट्रांसप्लांट सर्जन प्रो. सुजॉय पॉल आदि ने व्याख्यानमाला प्रस्तुत की। इस अवसर पर अंशुमन गुप्ता, प्रो. पुनीत धर, प्रो. किम मेमन, प्रो. आरएस मित्तल, प्रो. एसपी अग्रवाल, प्रो. संजीव मित्तल, प्रो. ब्रिजेंद्र सिंह, डॉ. अमित गुप्ता, डॉ. रोहित गुप्ता, डॉ. नम्रता गौर, डीपी लखेड़ा, डॉ. मधुर उनियाल, डॉ. अनुभा अग्रवाल, डॉ. नीति गुप्ता, डॉ. वसंता कल्याणी, डॉ. सुमित सान्याल, डॉ. अभिषेक अग्रवाल, डॉ. हरिओम प्रसाद आदि मौजूद थे।
कैंसर जनजागरुकता के लिए प्रो. रवि कांत हुए सम्मानित
ऋषिकेश। भारत विकास परिषद उत्तराखंड प्रांत के सम्मेलन में एम्स निदेशक प्रो. रवि कांत को कैंसर जनजागरुकता मुहिम में उल्लेखनीय योगदान के लिए सम्मानित किया गया। शनिवार को आईआईटी रुड़की के इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियर्स सभागार में भारत विकास परिषद की ओर से प्रथम महिला सम्मेलन आयोजित किया गया। समारोह में महिला आयोग की अध्यक्ष विजय बड़थ्वाल व परिषद के प्रांतीय अध्यक्ष चंद्रगुप्त विक्रम ने एम्स निदेशक को प्रथम लक्ष्मी मित्तल कैंसर जागरुकता सम्मान से नवाजा। इस अवसर पर निदेशक ने कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी के निर्मूलन के लिए एम्स के शोध कार्यों से अवगत कराया। इस दौरान पुरस्कार चयन समिति के अध्यक्ष गोपाल कृष्ण मित्तल, बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष ऊषा नेगी, डॉ. सत्येंद्र मित्तल, परिषद के प्रांतीय उपाध्यक्ष बीपी गुप्ता, डॉ. संगीता सिंह, नीरू गुप्ता आदि मौजूद थे।