अंतरराष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल में दिखा आंचलिक फिल्म का क्रेज

अंतरराष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल के तीसरे दिन देश-विदेश से पहुंचे लोगों ने आंचलिक फिल्म कन्यादान का लुत्फ उठाया। उन्होंने राज्य की संस्कृति पर आधारित फिल्म की न सिर्फ प्रशंसा की, बल्कि आंचलिक फिल्मों को बढ़ावा देने पर भी जोर दिया।


 

मुनिकीरेती गंगा रिजॉर्ट में आयोजित चौथे ऋषिकेश अंतरराष्ट्रीय फ़िल्म महोत्सव के तीसरे दिन गढ़वाली फीचर फिल्म कन्यादान प्रदर्शित की गई। तीसरे दिन का शुभारंभ पालिकाध्यक्ष मुनिकीरेती रोशन रतूड़ी, साध्वी तेजस्वी, फ़िल्म निर्माता निर्देशक देबू रावत और गढ़वाल महासभा के प्रदेशाध्यक्ष डॉ. राजे नेगी ने संयुक्त रूप से किया। पालिकाध्यक्ष रोशन रतूड़ी ने फ़िल्म के अभिनेता रणवीर चौहान, अभिनेत्री शालिनी शाह एवं फ़िल्म निर्माता देबू रावत को आंचलिक फिल्मों को बढ़ावा देने के लिए सम्मानित भी किया।
समाजसेवी डॉ. राजे नेगी ने बताया कि पहली बार ऋषिकेश इंटरनेशनल फ़िल्म फेस्टिवल में आंचलिक फ़िल्म दिखाई गई। इसका मुख्य उद्देश्य उत्तराखंड की लोकभाषा, लोक संस्कृति के संरक्षण के साथ ही विदेशी मेहमानों, कलाकारों को यहां की संस्कृति से रूबरू कराना है। इस अवसर पर फ़िल्म फेस्टिवल के प्रबंधक विशाल बहल ने बताया कि फेस्टिवल का तीसरा दिन नारी शक्ति डे आधारित रहा है। साध्वी तेजस्वी ने कहा कि महिलाएं आज हर क्षेत्र में बढ़चढ़कर अपनी हिस्सेदारी निभा रही है। महिलाओं को अच्छे कार्यों के लिए सहयोग और प्रोत्साहन मिलना चाहिए। इस अवसर पर विनीत जैन, मनोहर प्रसाद सती, पूर्व प्रधानाचार्य डीबीपीएस रावत, पर्यावरणविद विनोद जुगरान, योगाचार्य भारती, सरवन कांति, उत्तम असवाल, नवल सेमवाल, कमल सिंह राणा, बीना जोशी, मधु असवाल, रोशनी राणा, अशोक क्रेजी, लोक गायक धूम सिंह रावत, राजेंद्र सिंह रावत, डीपी रतूड़ी, शांति ठाकुर आदि उपस्थित रहे।